नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली में विधानसभा चुनाव होने में अब दो दिन ही शेष हैं। इससे पहले कांग्रेस पार्टी ने ‘EAGLE’ टीम बनाई है। इसका पूरा नाम ‘Empowered Action Group of Leaders and Experts’ है। इस टीम में आठ सदस्यों को शामिल किया गया है। कांग्रेस पार्टी की ओर से इस टीम के बारे में जानकारी दी गई है। जारी विज्ञप्ति में कहा गया है, ‘माननीय कांग्रेस अध्यक्ष ने भारत के चुनाव आयोग द्वारा स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनावों के संचालन की निगरानी के लिए तत्काल प्रभाव से नेताओं और विशेषज्ञों के एक अधिकार प्राप्त कार्य समूह (EAGLE) का गठन किया है, जिसमें निम्नलिखित सदस्य शामिल हैं।’
टीम में शामिल सदस्य-
- अजय माकन
- दिग्विजय सिंह
- डॉ. अभिषेक सिंघवी
- प्रवीण चक्रवर्ती
- पवन खेड़ा
- गुरदीप सिंह सप्पल
- नितिन राऊत
- चेल्ला वामशी चंद रेड्डी
शिकायतों की निगरानी करेगी टीम
इसके साथ ही विज्ञप्ति में लिखा है, ‘यह समिति सबसे पहले महाराष्ट्र मतदाता सूची में हेरफेर के मुद्दे को उठाएगी और जल्द से जल्द नेतृत्व को एक विस्तृत रिपोर्ट सौंपेगी। ‘EAGLE’ अन्य राज्यों में पिछले चुनावों का भी विश्लेषण करेगा, और आगामी चुनावों और देश में स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव के संचालन से संबंधित अन्य सभी मुद्दों पर सक्रिय रूप से निगरानी करेगा।
कई बार आरोप लगा चुका है विपक्ष
बता दें कि देश के अलग-अलग राज्यों में हुए चुनावों के दौरान विपक्षी दलों की ओर से लगातार शिकायतें दर्ज कराई जाती रही हैं। इसमें ईवीएम हैकिंग से लेकर मतदाता सूची में गड़बड़ी तक के आरोप शामिल हैं। हालांकि चुनाव आयोग के द्वारा लगातार इन आरोपों का खंडन किया जाता रहा है। वहीं अब कांग्रेस पार्टी की ‘EAGLE’ टीम पिछले चुनावों से लेकर आगामी चुनावों तक में होने वाली शिकायतों की जांच करेगी।
राहुल गांधी ने की पारदर्शिता की मांग
वहीं लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने पिछले महीने आरोप लगाया था कि देश की चुनाव प्रणाली में ‘‘गंभीर खामी’’ है और निर्वाचन आयोग को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि चुनावों में पारदर्शिता हो। उन्होंने मांग की थी कि निर्वाचन आयोग इस मुद्दे पर अपना रुख स्पष्ट करे। राहुल ने 15 जनवरी को पार्टी के नये मुख्यालय के उद्घाटन के अवसर पर कांग्रेस नेताओं को संबोधित करते हुए दावा किया था कि महाराष्ट्र में लोकसभा और विधानसभा चुनावों के बीच मतदाताओं की संख्या में करीब एक करोड़ की वृद्धि हुई है, लेकिन निर्वाचन आयोग न तो विपक्ष द्वारा उठाए गए सवालों का जवाब दे रहा है और न ही मतदाताओं की सूची दे रहा है।