चार में दो को अस्पताल में मृत घोषित किया गया।
इटावा के भरथना थाना क्षेत्र में स्थित सरावा गांव में राष्ट्रीय पक्षी सारस की मौत का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। शुक्रवार की सुबह गांव में चार सारस मरणासन्न अवस्था में मिले, जिनमें से दो की मौत हो गई, जबकि दो अभी भी बेहोशी की हालत में हैं।
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पिछले चार दिनों से लगातार गांव के विभिन्न हिस्सों में मृत सारस मिल रहे हैं। सूत्रों के अनुसार, शिकारियों द्वारा इन पक्षियों को निशाना बनाया जा रहा है। आरोप है कि शिकारी जगह-जगह नशीली और जहरीली दवाएं रख रहे हैं, जिसे खाने के बाद सारस तड़प-तड़प कर मर रहे हैं।
घटना की सूचना मिलते ही ऊसराहार वन रेंज के अधिकारी मौके पर पहुंचे और चारों सारसों को चिकित्सालय ले गए। जहां दो सारसों को मृत घोषित कर दिया गया, जबकि दो अभी भी बेहोशी की हालत में हैं।
स्थानीय ग्रामीणों में इस घटना को लेकर भारी आक्रोश है। उनका कहना है कि लगातार सारस मृत मिल रहे हैं, लेकिन प्रशासन की ओर से कोई ठोस कार्रवाई नहीं की जा रही है। पूर्व ग्राम प्रधान रमाकांत तिवारी ने भी इस घटना की पुष्टि की है। ग्रामीणों ने अधिकारियों से जल्द से जल्द कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है, ताकि इन बेजुबान पक्षियों की मौत का सिलसिला रुक सके।
वन दरोगा सुधीर कुमार ने जानकारी देते हुए बताया कि सूचना मिलने के बाद हमारी टीम ने मौके पर पहुँचकर चारों सारसों को अपने कब्जे में लिए जिसके बाद उन्हें पशु चिकित्सालय ताखा ले जाया गया. जहां दो सारस मृत मिले तथा दो सारस नशे की हालत में है। मृत सारसों का पोस्टमार्टम कराया गया है, साथ ही जो सारस नशे की हालत में है उन्हें उपचार दिया जा रहा है। उक्त घटना की गहनता से जांच की जा रही है। जल्द ही मामले की जांच कर दोषियों के विरुद्ध कड़ी कानूनी कार्यवाही अमल में लायी जाएगी।